गर्मी में स्कूलों को अलर्ट, जानें सरकार की नई गाइडलाइन्स

गर्मी ने दस्तक दे दी है और देश के कई राज्यों में तापमान 40 डिग्री के पार जा चुका है। इसी को देखते हुए पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड (PSEB) ने प्रदेश के सभी स्कूलों के लिए हीटवेव को लेकर नई गाइडलाइन्स जारी की हैं। ये निर्देश छात्रों की सुरक्षा और स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए बनाए गए हैं ताकि किसी भी तरह की अप्रिय घटना से बचा जा सके।

हीटवेव को लेकर अलर्ट जारी

राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (NDMA) ने 2025 की गर्मियों के लिए हीटवेव अलर्ट पहले ही जारी कर दिया है। अनुमान है कि मई-जून में तापमान सामान्य से अधिक रहेगा। इसी चेतावनी के आधार पर पंजाब शिक्षा विभाग ने सभी सरकारी और निजी स्कूलों को अलर्ट किया है।

स्कूलों को भेजा गया सख्त दिशा-निर्देशों वाला पत्र

PSEB ने राज्य के सभी जिला शिक्षा अधिकारियों और स्कूल प्रमुखों को पत्र भेजकर निर्देशित किया है कि वे बच्चों को लू, डिहाइड्रेशन और गर्मी से जुड़ी बीमारियों से सुरक्षित रखने के लिए निम्नलिखित उपाय करें:

  • स्कूल में शुद्ध पेयजल की व्यवस्था अनिवार्य रूप से हो।
  • कक्षा में वेंटिलेशन और पंखों की समुचित व्यवस्था की जाए।
  • शारीरिक शिक्षा की कक्षाएं या खेल-कूद की गतिविधियाँ सुबह 10 बजे से पहले संपन्न कर ली जाएं।
  • दोपहर 12 बजे के बाद आउटडोर गतिविधियों पर पूर्ण रोक हो।

मॉर्निंग असेंबली और कक्षा में दी जाएगी जानकारी

बोर्ड ने निर्देशित किया है कि हीटवेव से संबंधित आवश्यक जानकारी छात्रों को दी जाए ताकि वे खुद को सुरक्षित रख सकें। यह जानकारी निम्नलिखित माध्यमों से दी जाएगी:

  • मॉर्निंग असेंबली में जागरूकता संदेश
  • विज्ञान या स्वास्थ्य शिक्षा की कक्षा में
  • स्कूल की नोटिस बोर्ड और दीवारों पर पोस्टर

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स्कूलों में तैयार किए जा रहे हैं ‘हीटवेव सेफ जोन’

कुछ स्कूलों ने आगे बढ़कर हीटवेव सेफ जोन बनाने की शुरुआत की है जहां बच्चे दिन के सबसे गर्म समय में बैठ सकें। इनमें छायादार स्थान, वॉटर स्टॉल, ORS किट और प्राथमिक चिकित्सा बॉक्स शामिल हैं।

बच्चों को घर से क्या लाना चाहिए?

पंजाब सरकार ने अभिभावकों से भी अपील की है कि वे अपने बच्चों को इन बातों का विशेष ध्यान रखने को कहें:

  • पानी की बोतल अनिवार्य रूप से दें
  • हल्के, सूती और ढीले कपड़े पहनाकर भेजें
  • ताजे फल या जूस बॉक्स टिफिन में रखें
  • टोपी या छाता साथ दें

गर्मी के असर से जुड़े स्वास्थ्य खतरे

विशेषज्ञों का मानना है कि हीटवेव बच्चों के स्वास्थ्य पर गहरा असर डाल सकती है। निम्नलिखित समस्याएँ अक्सर गर्मी में देखी जाती हैं:

  • हीट स्ट्रोक: अत्यधिक गर्मी में शरीर का तापमान नियंत्रण बिगड़ जाता है।
  • डिहाइड्रेशन: पसीने के कारण शरीर में पानी की कमी हो जाती है।
  • सनबर्न: लंबे समय तक धूप में रहने से त्वचा झुलस सकती है।
  • थकावट और चक्कर आना: शरीर की एनर्जी खत्म हो जाती है।

क्या गर्मी की छुट्टियाँ पहले घोषित होंगी?

हालांकि अभी तक सरकार की ओर से गर्मी की छुट्टियों को लेकर कोई आधिकारिक ऐलान नहीं हुआ है, लेकिन संभावना है कि यदि तापमान बहुत अधिक बढ़ा तो छुट्टियों की तारीखों में बदलाव किया जा सकता है। कई जिलों में पहले ही छुट्टी के लिए सुझाव भेजे जा चुके हैं।

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पंजाब के अन्य राज्यों को भी लेना चाहिए सबक

पंजाब सरकार की इस पहल की सराहना हो रही है। विशेषज्ञों का मानना है कि देश के अन्य राज्यों को भी हीटवेव से निपटने के लिए इसी तरह की गाइडलाइन्स जारी करनी चाहिए, जिससे देशभर में लाखों बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके।

सरकार की अपील

शिक्षा मंत्री ने अभिभावकों, स्कूल प्रबंधन और समाज से अपील की है कि वे इस मुहिम को गंभीरता से लें। यह सिर्फ एक सरकारी आदेश नहीं, बल्कि बच्चों की जान से जुड़ा मुद्दा है।


FAQs (अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न)

Q1. पंजाब में स्कूलों के लिए हीटवेव को लेकर क्या नए नियम बनाए गए हैं?
A. स्कूलों को पंखों, पानी, और वेंटिलेशन की व्यवस्था करनी होगी। शारीरिक गतिविधियाँ सुबह तक सीमित होंगी और दोपहर में आउटडोर गतिविधियाँ नहीं होंगी।

Q2. क्या गर्मी की छुट्टियाँ पहले घोषित होंगी?
A. फिलहाल ऐसा कोई आधिकारिक ऐलान नहीं हुआ है, लेकिन परिस्थितियों को देखते हुए छुट्टियों की तारीखें आगे बढ़ सकती हैं।

Q3. बच्चों को गर्मी में स्कूल जाते समय क्या सावधानी बरतनी चाहिए?
A. बच्चों को पानी की बोतल, हल्के कपड़े, टोपी, और फल देकर भेजें। धूप से बचाव जरूरी है।

Q4. क्या ये नियम सभी स्कूलों पर लागू होंगे?
A. हाँ, ये गाइडलाइन्स सभी सरकारी और निजी स्कूलों पर समान रूप से लागू होंगे।

Q5. हीटवेव से बचने के लिए घर पर क्या करना चाहिए?
A. घर में भी पंखा, ठंडा पानी, और हवादार कमरों का उपयोग करें। अधिक गर्मी में बच्चों को बाहर न निकलने दें।


निष्कर्ष:
गर्मी के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए पंजाब सरकार द्वारा उठाया गया यह कदम बेहद सराहनीय है। बच्चों की सुरक्षा के लिए समय रहते यह निर्णय लेना आवश्यक था। अब यह सभी स्कूलों और अभिभावकों की जिम्मेदारी बनती है कि वे इन निर्देशों का पालन करें और बच्चों को सुरक्षित रखें।

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